हिन्दुस्तां का दिल कहाँ हो दिल कहाँ,दिल है मध्य प्रदेश हो,
इस प्रदेश के हम रहवासी,प्यारा मध्य प्रदेश,हमारा प्यारा भारत देश...
विन्ध्य, सतपुड़ा,महादेव और मैकल की ये श्रेणिया हो मैकल की ये श्रेणियां...
तापी,नर्मदा,चम्बल,क्षिप्रा कल कल बहती है नदियाँ ..
मालव की हैं उच्च पठारें.... कहीं ताल हैं कमल भरे
फूल खिले हैं गुलशन गुलशन ,वृक्ष घने हैं हरे भरें हो वृक्ष घने हैं हरे भरें...
हिन्दुस्तां का दिल कहाँ हो दिल कहाँ,दिल है मध्य प्रदेश हो,
इस प्रदेश के हम रहवासी,प्यारा मध्य प्रदेश,हमारा प्यारा भारत देश...
कागज,कपडा कलम बनाते बिजली इस्पात के यन्त्र बने हो बिजली इस्पात के यन्त्र बने...
ट्रक और मोटर बनते यहाँ और बाँध बने हैं बड़े बड़े..
कपड़ों की हैं सजी दुकाने....कहीं माल है बड़े बड़े...
सोयाबीन ,गेहूं कपास से , हैं खलियान भरे पड़े हो हैं खलियान भरे पड़े...
हिन्दुस्तां का दिल कहाँ हो दिल कहाँ,दिल है मध्य प्रदेश हो,
इस प्रदेश के हम रहवासी,प्यारा मध्य प्रदेश,हमारा प्यारा भारत देश...
छुनक छुनक कर पायल बजती त्योहारों की धुनों पर हो त्योहारों की धुनों पर,
घर घर मंदिर नाच उठें हैं पावन बेला आने पर,
इस प्रदेश के भोले वासी .... गाते गीत सदा दरवेश ,
प्राणों से भी प्यारा मुझको,मेरा मध्य प्रदेश हो मुझको मेरा भारत देश...
हिन्दुस्तां का दिल कहाँ हो दिल कहाँ,दिल है मध्य प्रदेश हो,
इस प्रदेश के हम रहवासी,प्यारा मध्य प्रदेश,हमारा प्यारा भारत देश...
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