स्वच्छता के लिए लिया संकल्प
भोपाल. यदि हमें स्वस्थ रहना है तो स्वच्छता को अपनाना होगा। साथ ही यह संकल्प लेना होगा कि भोजन के पूर्व एवं शौच के बाद हाथ साबुन से अवश्य धोएंगे। इतना ही नहीं यह बात हमें परिवार के साथ पूरे समाज को बतानी होगी,जिससे डायरिया जैसी बीमारी हम तक न पहुंच पाएं।
यह विचार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोतीलाल स्टेडियम (लाल परेड ग्राउण्ड) में व्यक्त किए। वह गुरुवार को भारत स्काउट गाइड मप्र और यूनिसेफ के तत्वावधान में वर्ल्ड हैण्डवॉश डे पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस मौके पर बच्चों की ‘स्वच्छता’ और ‘गंदगी’ फुटबाल टीम के बीच मैच रखा गया। इसका शुभारंभ श्री चौहान ने ‘स्वच्छता’ टीम की ओर से खेलकर किया। मैच में ‘स्वच्छता’ टीम की जीत गई।
श्री चौहान ने स्वच्छता एवं हाथ धुलाई का महत्व दर्शाने वाली प्रदर्शनी का शुभारंभ भी किया। कार्यक्रम मेंसालोम शाला लांबाखेड़ा भोपाल के मानसिक रूप से नि:शक्त बच्चों ने मुख्यमंत्री के सामने बैंड की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षा मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने कहा कि हाथ सामथ्र्य का प्रतीक है।
शरीर को स्वच्छ रखने के लिए हाथों का स्वच्छ रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हाथ धुलाई दिवस केवल हाथ धोने का नही बल्कि संपूर्ण शरीर को स्वच्छ रखने का संकल्प लेने का दिन है।
यूनिसेफ की राज्य प्रमुख डॉ. तानिया गोल्डनर ने कहा कि हाथ धोने की आदत स्वच्छता के माध्यम से जीवन बचाने का अभियान है।
बच्चे इसे खुशी-खुशी,खेल-खेल में सीख सकते हैं और दूसरों को संदेश दे सकते हैं। भारत स्काउट एवं गाइड के राज्य मुख्य आयुक्त एवं सांसद जितेन्द्र सिंह बुंदेला ने स्वास्थ्य के लिए स्वच्छता अभियान के तहत बच्चों में हाथ साफ रखने और शारीरिक स्वच्छता की आदत डालने के लिए इसे मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम से जोड़ने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ.निशा दुबे,राष्ट्रीय सेवा योजना,नेहरू युवा केन्द्र और अनेक शालाओं से लगभग 10 हजार विद्यार्थी उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment