लार्ड बेडेन पॉवेल का स्काउटर्स एवं गाइडर्स के प्रति अंतिम सन्देश............
प्रिय बन्धु,
सिसिल रोडेस ने अपने जीवन के अंतिम समय में कहा था और मैं भी अपनी पारी के अंतिम समय इसकी सत्यता का अनुभव कर रहा हूँ कि:-
"करने के लिए कार्य बहुत है और उसे करने के लिए समय बहुत कम है"...एक जीवनकाल के इस छोटे से समय में किसी विशाल साहसिक कार्य का आरंभ और उस कार्य कि चरम परिणिति देखने की कोई आशा नहीं कर सकता...स्काउटिंग (जब मैं स्काउटिंग का उल्लेख करता हूँ तो इसमें गाइडिंग भी सम्मिलित है) के आरम्भ से इसकी वर्तमान स्तिथि तक के विकास को देखने का अवसर मैंने पाया है...यह आन्दोलन अभी केवल अपनी गति प्राप्त कर रहा है.....
इस आन्दोलन के प्रसार में एक योगदान जिसे मैं अपना कह सकता हूँ वह यह है कि सही प्रकार के लोगों (सज्जनों व महिलाओं ) को सही प्रकार के समूह के रूप में पाकर मैं अत्यंत भाग्यशाली हूँ...आप सभी पर इस आन्दोलन को इसके लक्ष्य की ओर ले जाने के लिए विश्वास किया जा सकता है...आप सभी अपने जीवन में अपनी आँखों को भली प्रकार से खुली रखकर अपने योग्य उत्तराधिकारियों को विश्वास के साथ इस ज्योति मशाल को सौप देंगे....आप इसे एक वेतनभोगी संगठन मत बनने देना...इसे देश सेवा की भावना से ओत प्रोत स्वेच्छिक आन्दोलन बनाये रखना....
यह आन्दोलन अपने अस्तित्व के अपेक्षाकृत कम समय में आगे आने वाले वर्षों की संभावनाओं की अत्यंत उत्साह वर्धक प्रतिज्ञा का प्रदर्शन करते हुए विशाल एवं दृढ नीव पर अपने आप स्थापित हो गया ...
इस आन्दोलन का उदेश्य वर्तमान में प्रचलित संकुचित,व्यक्तिगत,राजनैतिक,सांप्रदायिक और दूषित स्वार्थो को दूर कर मानवता की सहायता के लिए आत्मोत्सर्ग ओर सेवा की गौरवपूर्ण भावना को उसके स्थान पर प्रतिस्थापित करते हुए स्वस्थ ,सुखी ओर राष्ट्र के लिए सु नागरिक पैदा करना है..इस प्रकार केवल हमारे अपने देश में ही नहीं वरन सुब देशों के बिच में पारस्परिक सद्भावना और सहयोग का विकास करना है...अनुभव यह प्रदर्शित करता है की चरम परिणिति एक झुटा या काल्पनिक शब्द नहीं है,यह एक व्यावहारिक सम्भावना है यदि हम उसके लिए कार्य करें और इसका अर्थ तभी है जब हम सबके लिए शांति और सुख प्राप्त करें...
हमारी उत्साहपूर्वक प्रतिज्ञा इस तथ्य पर निर्भर करती है कि हजारों,लाखों बालक-बालिकाएं जो आज हमारे आदर्शों को सीख रहे है,वे निकट भविष्य में करोडो के माता-पिता बनेंगे,जिनमे वे अपनी ओर से इन्ही आदर्शों को विकसित करेंगे,बशर्ते कि आज के आदर्श नेता की छाप उन पर लगा दी जावे...
इसलिए आज जो स्काउटर्स और गाइडर्स हैं,वे अपने पडोसी के बच्चों के लिए ही एक महान कार्य नहीं कर रहे हैं,वरन इस धरती पर शांति ओर सदभावना का ईश्वरीय साम्राज्य व्यावहारिक तरीके से उतारने में भी सहयता कर रहे है...
अतः मेरी ओर से, मैं आपके प्रयत्नों की सफलता की कामना करता हूँ....
....बेडेन पॉवेल....
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